Himachali Folk Melody Lyrics In Hindi

Himachali Folk Melody Lyrics in Hindi I Abhigya-The Band I Himachali Folk Mashup I    

Himachali Songs Lyrics  के सभी दर्शकों को हमारा प्यार भरा नमस्कार !!

हम आज आपके लिए लेकर आए है Himachali Folk Melody  हिन्दी में, जो की एक Himachali  Mashup Song है। जिसको अपने मीठे सुरों से सजाया है Abhigya-The Band ने। गीत के बोल  Traditional है Music दिया है Abhigya-The Band ने और Video Director किया है  Ashish Rana ने।

  Himachali Folk Melody Song Credit:

 Song Title:

Himachali Folk Melody  

 Singer:

Abhigya-The Band

 Lyrics:

Traditional

 Music:

Abhigya-The Band

 Director:

 Ashish Rana

 Music Lebel:

Abhigya-The Band


Himachali Folk Melody Song Lyrics In Hindi

0.1 चम्बा आर के नदिया पार
चम्बा आर के नदिया पार
आ वो लाल रँगिए
चम्बा आर के नदिया पार
आ वो लाल रँगिए

चम्बा दो नदिया बिचकार
आ वो लाल रँगिए
चम्बा दो नदिया बिचकार
आ वो लाल रँगिए

ओ चम्बा मींजरे रा त्योहार
आ वो लाल रँगिए
चम्बा मींजरे रा त्योहार
आ वो लाल रँगिए
चम्बा भोले रा कैलाश
आ वो लाल रँगिए

02. भला सिपाहिए डोगरिया
भला सिपाहिए डोगरिया
हो हो रसलिया रसलिया धारा
तेरी सोंह
रसलिया रसलिया धारा
मींजो बड़ा मंदा ल्ग्दा


मंदा ल्ग्दा हो ओ.........
रसलिया रसलिया धारा
तेरी सोंह
रसलिया रसलिया धारा
मींजो बड़ा मंदा ल्ग्दा

भला सिपाहिए डोगरिया
हो ओ.........
दो दिन छूटिया आईजा
तेरी सोंह
दो दिन छूटिया आईजा
सुहानी रूत फलगुने री

फलगुने री हो ओ.........
दो दिन छूटिया आईजा
तेरी सोंह
दो दिन छूटिया आईजा
सुहानी रूत फलगुने री
भला सिपाहिए डोगरिया
हो हो रसलिया रसलिया धारा
तेरी सोंह
रसलिया रसलिया धारा
मींजो बड़ा मंदा ल्ग्दा

03. रुत्त संगडोनी हो
रुत्त संगडोनी हो........
चली आई मेरे प्यारुआ
रुत्त संगडोनी हो........
चली आई मेरे प्यारुआ
अज्ज छतराड़ी हो........
कल राखा मेरेया प्यारुआ

काती रे बिछडे हो.......
अस्सी मिलना कताइं प्यारुआ
काती रे बिछडे हो.......
अस्सी मिलना विसाखा प्यारुआ
रुत्त संगडोनी हो........
चली आई मेरे प्यारुआ

तेरे भरमोरा हो......
लगा सीना मेरेया प्यारुआ
तेरे भरमोरा हो......
लगा सीना मेरेया प्यारुआ
मींजो तेरा चेता हो.....
लगा हीना मेरेया प्यारुआ
रुत्त संगडोनी हो........
चली आई मेरे प्यारुआ
अज्ज छतराड़ी हो........
कल राखा मेरेया प्यारुआ

04. बंगड़ियाँ
कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया
कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया वो
ल्यी बंजारू आया , ल्यी ले डोला बंगड़ियाँ
बंगा छोटडिया बाहा मोटडिया
बंगा छोटडिया बाहा मोटडिया
सोये दियाँ बिकदियाँ चार
लई वो दिंगा बंगड़ियाँ
कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया
कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया वो
ल्यी बंजारू आया , ल्यी ले डोला बंगड़ियाँ

हो ढोला मेरड़या 
ढोला मेरड़या 
ढोला मेरड़या 
ढोला मेरड़या हो.......
चली पोयां जम्मुआ रे शहर 
ल्यी दे ढोला बंगड़ियाँ
जानी मेरड़िए 
जानी मेरड़िए 
जानी मेरड़िए 
जानी मेरड़िए हो..
चली पोणा जम्मुआ रे शहर 
लेई बो देगां बंगड़ीयां

कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया
कुछ सेलड़ियाँ कुछ पीलीडिया वो
ल्यी बंजारू आया , ल्यी ले डोला बंगड़ियाँ

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